Five Aspects (पहलु) of God's Will
1. God's Personal Will (Vyaktigat) - The will of God that He accomplishes and which is uneffected by what any volitional beings do (Ps.115:3; Heb.6:17,18).
Ps 115:3 हमारा परमेश्वर तो स्वर्ग में हैं; उस ने जो चाहा वही किया है।
Heb 6:17 इसलिये जब परमेश्वर ने प्रतिज्ञा के वारिसों पर और भी साफ रीति से प्रगट करना चाहा, कि उसकी मनसा बदल नहीं सकती तो शपथ को बीच में लाया।
Heb 6:18 ताकि दो बे- बदल बातों के द्वारा जिन के विषय में परमेश्वर का झूठा ठहरना अन्होना है, हमारा दृढ़ता से ढाढ़स बन्ध जाए, जो शरण लेने को इसलिये दौड़े है, कि उस आशा को जो साम्हने रखी हुई है प्राप्त करें।
His Pleasure. Rev.4:11 - तू ही ने सब वस्तुएं सृजीं और वे तेरी ही इच्छा से है, और सृजी गईं।
Open Forums: “Why did God create Man? Why create that tree?”
Rom 9:20 क्या गढ़ी हुई वस्तु गढ़नेवाले से कह सकती है कि तू ने मुझे ऐसा क्यों बनाया है?
SOVEREIGN
2. God's Prescriptive Will (Aadeshit) - The will that God prescribes, commands for us to follow (1Jn.2:17; 1Thess.4:3). This includes both God's mandatory and prohibitory will (things that He commands us to do and things that He prohibits us to do).
Matt 7:21 जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है।
1John 2:17 और संसार और उस की अभिलाषाएं दोनों मिटते जाते हैं, पर जो परमेश्वर की इच्छा पर चलता है, वह सर्वदा बना रहेगा।।
WORD TELLS WHAT IS GOD’S WILL – Can I sell Cigarette in my shop?
Obey God’s clear written commands.
Marriage. Do not be unequally yoked with unbelievers?
1Thess 4:3 क्योंकि परमेश्वर की इच्छा यह है, कि तुम पवित्र बनो: अर्थात् व्यभिचार से बचे रहो।
3. God's Preferred Will (Bhane vali Iccha)- The will of God that prefers something over another (1Tim.2:1; Rom.12:2)
1Tim 2:1 अब मैं सब से पहिले यह उपदेश देता हूं, कि बिनती, और प्रार्थना, और निवेदन, और धन्यवाद, सब मनुष्यों के लिये किए जाएं।
1Tim 2:2 राजाओं और सब ऊंचे पदवालों के निमित्त इसलिये कि हम विश्राम और चैन के साथ सारी भक्ति और गम्भीरता से जीवन बिताएं। यह हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर को अच्छा लगता, और भाता भी है।
1Tim 2:3 यह हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर को अच्छा लगता, और भाता भी है।
1Tim 2:4 वह यह चाहता है, कि सब मनुष्यों का उद्धार हो; और वे सत्य को भली भांति पहिचान लें।
Rom 12:2 और इस संसार के सदृश न बनो; परन्तु तुम्हारी बुद्धि के नये हो जाने से तुम्हारा चाल- चलन भी बदलता जाए, जिस से तुम परमेश्वर की भली, और भावती, और सिद्ध इच्छा अनुभव से मालूम करते रहो।।
4. God's Permissive Will (Anumati) - The will of God that permits certain things, though they are not preferred by Him
JOB, Disciples on Boat… He rebuked the winds.
God permits diseases, but His perfect will is that we don’t be sick but be healed
He doesn’t stop people from sinning, but that doesn’t He wants them to sin.
Acts 14:16 उस ने बीते समयों में सब जातियों को अपने अपने मार्गों में चलने दिया।
You can pray, “Lead us not into temptation, but deliver us from evil”
You must watch and pray that you enter not into temptation. God allows temptation, but He also tells us in the Prescriptive Will to pray not to enter into it.
5. God's Pliable Will (Parivartaniya, Lachila)- Conditional Will. The will of God that can be changed through human responses (Gen.18:23ff – Abraham pleads for Sodom; Exo.32:11-13,14; Moses pleads for Israel Jonah 3:10)
Jonah 3:10 जब परमेश्वर ने उनके कामों को देखा, कि वे कुमार्ग से फिर रहे हैं, तब परमेश्वर ने अपनी इच्छा बदल दी, और उनकी जो हानि करने की ठानी थी, उसको न किया।।
GOD REVEALS HIS WILL
1. Through Nature
Rom 1:19 इसलिये कि परमशॆवर के विषय में ज्ञान उन के मनों में प्रगट है, क्योंकि परमेश्वर ने उन पर प्रगट किया है।
Rom 1:20 क्योंकि उसके अनदेखे गुण, अर्थात् उस की सनातन सामर्थ, और परमेश्वरत्व जगत की सृष्टि के समय से उसके कामों के द्वारा देखने में आते है, यहां तक कि वे निरूत्तर हैं।
Rom 1:26 इसलिये परमशॆवर ने उन्हें नीच कामनाओं के वश में छोड़ दिया; यहां तक कि उन की स्त्रियों ने भी स्वाभाविक व्यवहार को, उस से जो स्वभाव के विरूद्ध है, बदल डाला।
2. Through His Word
Ps 119:104 तेरे उपदेशों के कारण मैं समझदार हो जाता हूं, इसलिये मैं सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूं।।
Ps 119:105 तेरा वचन मेरे पांव के लिये दीपक, और मेरे मार्ग के लिये उजियाला है।
3. Through His Servants
Shepherds….
Heb 13:17 अपने अगुवों की मानो; और उनके अधीन रहो, क्योंकि वे उन की नाई तुम्हारे प्राणों के लिये जागते रहते, जिन्हें लेखा देना पड़ेगा, कि वे यह काम आनन्द से करें, न कि ठंडी सांस ले लेकर, क्योंकि इस दशा में तुम्हें कुछ लाभ नहीं।
Must not contradict WORD OF GOD.. OT (Prophet slain by lion)
4. Through Circumstances
1Cor 16:8 परनतु मैं पेन्तिकुस्त तक इफिसुस में रहूंगा।
1Cor 16:9 क्योंकि मेरे लिये एक बड़ा और उपयोगी द्वार खुला है, और विरोधी बहुत से हैं।।
2Cor 2:12 और जब मैं मसीह का सुसमाचार, सुनाने को त्रोआस में आया, और प्रभु ने मेरे लिये एक द्वार खोल दिया।
Missionaries who wanted to go to China, but door opened to India…
5. Through Visions and Prophecies
Acts 16:9.
1Thess.5:20,21- Don’t despise prophecies by test all things
Must not contradict Word of God. Must not influence you to violate the Prescribed Will of God.
6. Promptings of the Spirit (Prabhav)
Acts 8:29 –तब आत्मा ने फिलिप्पुस से कहा, निकट जाकर इस रथ के साथ हो ले।
Acts 16:7 और उन्हों ने मूसिया के निकट पहुंचकर, बितूनिया में जाना चाहा; परन्तु यीशु के आत्मा ने उन्हें जाने न दिया।
Exm.. I was invited to preach in a National Youth Conference in another country. As I was praying, the Spirit strongly impressed upon me that I should not go… Later, I realized that not going saved me from issue.
Don’t just accept invitations, first pray.. Walk in the Spirit.
Must NOT Confuse feelings of soul with the impressions of the Spirit
7. Peace of God that rules in the heart
Phil 4:6 किसी भी बात की चिन्ता मत करो: परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और बिनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख अपस्थित किए जाएं।
Phil 4:7 तब परमेश्वर की शान्ति, जो समझ से बिलकुल परे है, तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरक्षित रखेगी।।
Peace protects our thoughts..
How we can abide in God's will
1. Seeking God (Prov.28:5)
Prov 28:5 यहोवा को ढूंढनेवाले सब कुछ समझते हैं।
2. Seeking Discernment (Prov.2:3,4,5; Col.1:9; James 1:5)
Prov 2:3 और प्रवीणता और समझ के लिये अति यत्न से पुकारे,
Prov 2:4 ओर उसको चान्दी की नाईं ढूंढ़े, और गुप्त धन के समान उसी खोज में लगा रहे;
Prov 2:5 तो तू यहोवा के भय को समझेगा, और परमेश्वर का ज्ञान तुझे प्राप्त होगा।
Jas 1:5 पर यदि तुम में से किसी को बुद्धि की घटी हो, तो परमेश्वर से मांगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है; और उस को दी जाएगी।
3. Repenting from sin (2Cor.3:16; 1Jn.1:6-8)
2Cor 3:16 परन्तु जब कभी उन का हृदय प्रभु की ओर फिरेगा, तब वह परदा उठ जाएगा।
4. Obeying God's Word - His Written Will (1Jn.2:17)
Will abide forever…
5. Renewing the mind (Rom.12:2)
6. Being Spiritually minded (1Cor.2:14). Natural man cannot receive
7. Praying in the Spirit (Rom.8:27)
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