मैं काली तो हूं


"मैं काली तो हूं परंतु सुन्दर हूं, केदार के तम्बुओं और सुलेमान के पर्दे के तुल्य हूं।" (1:5)

इब्रानी भाषा का शब्द जो कालेपन के लिए यहां प्रयोग में लाया गया है वह 'शोरा' है जिस का अर्थ है धूप के कारण आनेवाला कालापन। यह कालापन पुराने पापमय जीवन को दर्शाता है। स्वाभाविक रूप से काली होने पर भी वह ईश्वरीय प्रेम में सुंदर है। मसीह का प्रेम भी परिवर्तन लाने वाला होता है जो हमें अर्थात कलीसिया को सर्वांग सुंदर बना देता है। प्रेमी भी अपनी प्रेमिका को जिस प्रकार सर्वांग स्वीकार करता है ठीक उसी प्रकार प्रभु यीशु मसीह ने कलीसिया को ग्रहण किया है।

प्रेमिका अपनी तुलना केदार के तम्बुओं तथा सुलेमान के पर्दों से करती है। यह पवित्र लोगों में पाई जाने वाली पवित्रात्मा की सुन्दरता के तुल्य है। पवित्र लोगों के धर्म के कार्यों की तुलना चिरकाल तक स्थिर रहेगी (प्रकाश. 19: 8)।

डॉ. कुरियन थामस की पुस्तक परिणयगाथा से। © Dr. Kurien Thomas, 1989

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