मसीह ने हमें क्‍या दिया

अपनापन –पुत्र के रूप में स्‍वीकार किया। पुत्र का पहचान दिया।
Eph.2:12, 13  तुम लोग उस समय मसीह से अलग और इस्त्राए की प्रजा के पद से अलग किए हुए, और प्रतिज्ञा की वाचाओं के भागी न थे, और आशाहीन और जगत में ईश्वररहित थे।  पर अब तो मसीह यीशु में तुम जो पहिले दूर थे, मसीह के लोहू के द्वारा निकट हो गए हो।
1Pet 2:10 तुम पहिले तो कुछ भी नहीं थे, पर अब परमेश्वर ही प्रजा हो: तुम पर दया नहीं हुई थी पर अब तुम पर दया हुई है।।
Greatest! 1Jn.3:1 - देखो पिता ने हम से कैसा प्रेम किया है, कि हम परमेश्वर की सन्तान कहलाएं
Rom.8:29 - क्योंकि जिन्हें उस ने पहिले से जान लिया है उन्हें पहिले से ठहराया भी है कि उसके पुत्र के स्वरूप में हों ताकि वह बहुत भाइयों में पहिलौठा ठहरे।
Col.1:15 - वह तो अदृश्य परमेश्वर का प्रतिरूप और सारी सृष्टि में पहिलौठा है।
Col.1:18 - और वही देह, अर्थात् कलीसिया का सिर है; वही आदि है और मरे हुओं में से जी उठनेवालों में पहिलौठा कि सब बातों में वही प्रधान ठहरे।

एकलौता पुत्र vs पहिलौठा,बहुत भाइयों में पहिलौठा ठहरे।

Mephibosheth
2Sam.4:4; शाऊल के पुत्र योनातन के एक लगड़ा बेटा था। जब यिज्रेल से शाऊल और योनातन का समाचार आया तब वह पांच वर्ष का था; उस समय उसकी धाई उसे उठाकर भागी; और उसके उतावली से भागने के कारण वह गिरके लंगड़ा हो गया। और उसका नाम मपीबोशेत था।
2Sam 9
1 दाऊद ने पूछा, क्या शाऊल के घराने में से कोई अब तक बचा है, जिसको मैं योनातन के कारण प्रीति दिखाऊं?
2 शाऊल के घराने का सीबा नाम एक कर्मचारी था, वह दाऊद के पास बुलाया गया; और जब राजा ने उस से पूछा, क्या तू सीबा है? तब उस ने कहा, हां, तेरा दास वही है।
3 राजा ने पूछा, क्या शाऊल के घराने में से कोई अब तक बचा है, जिसको मैं परमेश्वर की सी प्रीति दिखाऊं? सीबा ने राजा से कहा, हां, योनातन का एक बेटा तो है, जो लंगड़ा है।
4 राजा ने उस से पूछा, वह कहां है? सीबा ने राजा से कहा, वह तो लोदबार नगर में, अम्मीएल के पुत्र माकीर के घर में रहता है।
5 तब राजा दाऊद ने दूत भेजकर उसको लोदबार से, अम्मीएल के पुत्र माकीर के घर से बुलवा लिया।
6 जब मपीबोशेत, जो योनातन का पुत्र और शाऊल का पोता था, दाऊद के पास आया, तब मुह के बल गिरके दणडवत् किया। दाऊद ने कहा, हे मपीबोशेत ! उस ने कहा, तेरे दास को क्या आज्ञा?
7 दाऊद ने उस से कहा, मत डर; तेरे पिता योनातन के कारण मैं निश्चय तुझ को प्रीति दिखाऊंगा, और तेरे दादा शाऊल की सारी भूूमि तुझे फेर दूंगा; और तू मेरी मेज पर नित्य भोजन किया कर।
8 उस ने दणडवत् करके कहा, तेरा दास क्या है, कि तू मुझे ऐसे मरे कुत्ते की ओर दृष्टि करे?
9 तब राजा ने शाऊल के कर्मचारी सीबा को बुलवाकर उस से कहा, जो कुछ शाऊल और उसके समस्त घराने का था वह मैं ने तेरे स्वामी के पोते को दे दिया है।
10 अब से तू अपने बेटों और सेवकों समेत उसकी भूमि पर खेती करके उसकी उपज ले आया करना, कि तेरे स्वामी के पोते को भोजन मिला करे; परन्तु तेरे स्वामी का पोता मपीबोशेत मेरी मेज पर नित्य भोजन किया करेगा। और सीबा के तो पन्द्रह पुत्र और बीस सेवक थे।
11 सीबा ने राजा से कहा, मेरा प्रभु राजा अपने दास को जो जो आज्ञा दे, उन सभों के अनुसार तेरा दास करेगा। दाऊद ने कहा, मपीबोशेत राजकुमारों की नाई मेरी मेज पर भोजन किया करे।
12 मपीबोशेत के भी मीका नाम एक छोटा बेटा था। और सीबा के घर में जितने रहते थे वे सब मपीबोशेत की सेवा करते थे।
13 और मपीबोशेत यरूशलेम में रहता था; क्योंकि वह राजा की मेज पर नित्य भोजन किया करता था। और वह दोनों पांवों का पंगुला था।

Because of Christ, Father has accepted us in the beloved (Eph.1

पिता का नाम
पुत्राधिकार
राजकीय पद
अनंत मिरास

Rom.8:32 जिस ने अपने निज पुत्र को भी न रख छोड़ा, परन्तु उसे हम सब के लिये दे दिया: वह उसके साथ हमें और सब कुछ क्योंकर न देगा?

आश्वासन – प्रतिज्ञाओं को दिया
मै तुमहारे साथ हूँ।
न छोडूंगा न त्‍यागुंगा। (Heb 13:5)
Heb 13:6 इसलिये हम बेधड़क होकर कहते हैं, कि प्रभु, मेरा सहायक है; मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है।।
Rom 8:31: यदि परमेश्वर हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है?
Jn 14:16 और मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे
Jn 14:18 मैं तुम्हें अनाथ न छोडूंगा, मैं तुम्हारे पास आता हूं।
अपनी शांति (Jn 14:27)
संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बांधो, मैं ने संसार को को जीत लिया है (Jn 16:33)।
तुम्हारा मन व्याकुल न हो मै तुमहे लेने आउंगा (Jn 14:1-2)
जब मेरे मन में बहुत सी चिन्ताएं होती हैं, तब हे यहोवा, तेरी दी हुई शान्ति से मुझ को सुख होता है। (Psalm 94:19)
2 Pet1:4 - हमें बहुमूल्य और बहुत ही बड़ी प्रतिज्ञाएं दी हैं: ताकि इन के द्वारा तुम उस सड़ाहट से छूटकर जो संसार में बुरी अभिलाषाओं से होती है, ईश्वरीय स्वभाव के समभागी हो जाओ।

Not the Promise of Man, but the Promise of God. (Tit.1:2, God cannot lie)
“I promise to pay the bearer…” 60-70 में अमेरिका ने सोना रखना अवैध ठहराया, लेकिन 1975 में उस अधिकार को बहाल किया। पर अब floating currency…

Policy people.. आशा दिखाते है कि but… in the end.. निराशा
Politicians, Advertisements… False Promises झूठी आश्‍वासन

The Name of Jesus is reliable: All Promises are Yes in Him
2Cor. 1:20 क्यांकि परमेश्वर की जितनी प्रतिज्ञाएं हैं, वे सब उसी में हां के साथ हैं:

आज्ञा –  प्रेम, प्रार्थना, प्रचार, पवित्रता, परिश्रम
प्रेमJn.13: 34,35  मैं तुम्हें एक नई आज्ञा देता हूं, कि एक दूसरे से प्रेम रखो: जैसा मैं ने तुम से प्रेम रखा है, वैसा ही तुम भी एक दुसरे से प्रेम रखो। यदि आपस में प्रेम रखोगे तो इसी से सब जानेंगे, कि तुम मेरे चेले हो।। (Jn.15:12,17; 1Jn.3:11)
प्रार्थना(Mat 26:41; Mark 13:33; Luke 21:36 – Watch and pray… Praying always..)
प्रचार (Mark 16:15; Matt 28:18,19)
पवित्रता1Thess.4:7 परमेश्वर ने हमें अशुद्ध होने के लिये नहीं, परन्तु पवित्र होने के लिये बुलाया है।1Pet 1:15,16 जैसा तुम्हारा बुलानेवाला पवित्र है, वैसे ही तुम भी अपने सारे चाल चलन में पवित्र बनो।  क्योंकि लिखा है, कि पवित्र बनो, क्योंकि मैं पवित्र हूं।
परिश्रमJn 9:4 जिस ने मुझे भेजा है; हमें उसके काम दिन ही दिन में करना अवश्य है: वह रात आनेवाली है जिस में कोई काम नहीं कर सकता।
मुख्‍य
महान आज्ञा- नई आज्ञा- एक दूसरे से प्रेम करो (भक्ति की निर्मलता- James 1:27 हमारे परमेश्वर और पिता के निकट शुद्ध और निर्मल भक्ति यह है, कि अनाथों ओर विधवाओं के क्लेश में उन की सुधि लें, और अपने आप को संसार से निष्कलंक रखें।।)
महान आदेश - सुसमाचार को सारे संसार में प्रचार करो   (भक्ति का भेद का प्रचार 1Tim.3:16 भक्ति का भेद गम्भीर है; अर्थात् वह जो शरीर में प्रगट हुआ, आत्मा में धर्मी ठहरा, स्वर्गदूतों को दिखाई दिया, अन्यजातियों में उसका प्रचार हुआ, जगत में उस पर विश्वास किया गया, और महिमा में ऊपर उठाया गया।।)

अपनापन –पुत्र के रूप में स्‍वीकार करके अपनापन दिया
आश्वासन – प्रतिज्ञाओं के द्वारा आश्‍वासन दिया
आज्ञा – प्रेम, प्रार्थना, प्रचार, पवित्रता, परिश्रम की आज्ञा दी

उसने अपनापन दिया, उसने आश्‍वासन दिया, क्‍या आप उसकी आज्ञा मानने के लिए तैयार है
यदि हॉं तो अपने स्‍थान पर…..



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